*अनमोल वचन*
अनमोल वचन वास्तव में जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर करते हैं। ये वचन हमें सिखाते हैं कि ज्ञान और अहंकार में क्या अंतर है, और कैसे सादगी, धैर्य, और दया हमारे जीवन को समृद्ध बना सकते हैं। साथ ही, ये वचन हमें यह भी याद दिलाते हैं कि हमारे कर्म और विचार हमारे जीवन को आकार देते हैं, और हमें हमेशा सही काम करने का प्रयास करना चाहिए।
- ज्ञान और अहंकार का संबंध
- सादगी, धैर्य, और दया का महत्व
- कर्म और विचारों का प्रभाव
- सही काम करने का महत्व
- झूठ, धोखा, और आलस के परिणाम
- सहन शक्ति और समझ शक्ति का महत्व
- लक्ष्य और सुधार की दिशा में काम करना
इन वचनों को पढ़ने से हमें अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरणा मिलती है।
*अनमोल वचन*
अहंकार ज्ञान का उल्टा है। जितना अधिक ज्ञान होगा, उतना कम अहंकार होगा। लोग अक्सर कहते हैं कि पैसे कमाने से क्या होगा, भूख तो रोटी से ही मिटेगी। लेकिन आज भूख पैसे से मिटती है, क्योंकि रोटी बाजार में बिकती है।
लोग तब तक आपको मूर्ख समझना बंद नहीं करेंगे, जब तक आप उन्हें मूर्ख बनाना शुरू ना कर दें। कभी यह सोचकर अकेले मत पढ़ना कि आप अकेले हो, बल्कि यह सोचकर डटे रहना कि आप अकेले ही काफी हो। मन से बुरे विचारों का सफाया करना दुनिया की सबसे कठिन सफाई है।
आप नकारात्मक लोगों को जितना कम जवाब देंगे, आपका जीवन उतना ज्यादा शांतिपूर्ण होगा। हद से ज्यादा निर्भरता और जरूरत से ज्यादा आराम मनुष्य को अपाहिज बना देता है। हमारा अस्तित्व हमारे कर्म से है, किसी के नजरिए से नहीं।
हमेशा याद रखें कि बुरा कार्य अपने मन में बोझ रखने के समान है। इंसान कर्म करने में तो मनमानी कर सकता है, परंतु फल भोगने में नहीं। सादगी, धैर्य, दया - यह तीनों आपका सबसे बड़ा खजाना है।
हमेशा वह काम करें जो सही है, वह ना करें जो आसान है। वक्त पर अपनी गलती ना मानना एक और गलती करना है। झूठ, धोखा, और आलस आपको कुछ पल की खुशी देंगे, लेकिन इसकी कीमत आपको भविष्य में चुकानी पड़ेगी।
जब तक तुम दूसरों को प्रभावित करना चाहते हो, तब तक तुम अहंकार में हो। सोच को बदलना चाहते हैं तो अपनी संगति को बदल लीजिए। खुद को खत्म भी कर दोगे तो भी यह दुनिया आपसे खुश नहीं होगी।
जीवन में सुखी रहने के लिए दो शक्तियों का होना जरूरी है - पहली सहन शक्ति और दूसरी समझ शक्ति। विचारों को पढ़कर कोई परिवर्तन नहीं आता, विचारों पर चलकर ही परिवर्तन आता है। लक्ष्य दूसरों से बेहतर होना नहीं, बल्कि अपने अतीत से बेहतर होना है।
सबसे बेहतरीन नजर तो वह है जो अपनी कमियों को देख सके। स्वीकार करने की हिम्मत और सुधार करने की नियत हो तो इंसान बहुत कुछ सीख सकता है। धोखा कभी मरता नहीं, आज आप दोगे, कल आपको जरूर मिलेगा।
सत्य अपने लिए रखना, प्रेम दूसरों के लिए, करुणा सबके लिए रखना - यही जीवन का व्याकरण है। इत्र, मित्र, चित्र, और चरित्र किसी के पहचान के मोहताज नहीं, यह चारों अपना परिचय स्वयं देते हैं। दिशा दिखाने वाला सही हो तो दीपक का प्रकाश भी सूर्य का कार्य करता है।
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